पर्यावरण दिवस 5 जून 2024

जब जायेंगे हम इस धरा से 
सब धरा रह जायेगा,
केवल हमारे दोष - गुण का 
स्मरण रह जायेगा।

शेष जीवन का नियोजन 
शुभ सुफल निश्चित करेगा,
धन्य  होगा उसका जीवन 
सन्मार्ग जो अपनाएगा ।

अनुदान धरती से मिला
जग अनुमान क्या कर पाएगा ।
इस धरा-शोषण का ये  
दुष्चक्र न चल पाएगा ।

मानव जगत इस भूमि से
तब ही उऋण हो पाएगा।
जन जन करेगा वृक्षारोपण,
हर आंगन हरा हो जायेगा ।

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