नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा
नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा,
श्रद्धा की फसल होगी, मिशन अब लहलहाएगा।
हमें विश्वास है गुरु की चिरन्तन दिव्यसत्ता पर ,
वही साहस हमें देगा, हमें पथ भी दिखायेगा,
न हारे हैं, थके हैं और न हमको कोई चिन्ता,
चलना है हमें तबतक, न जबतक लक्ष्य आएगा,
यही विश्वास हम सबमें नयी आशा जगायेगा,
नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा ।
वो कोई और होंगे जो रुके, थक हारकर बैठे,
वो कोई और होंगे जो झुके मन मारकर बैठे,
अगर निष्ठा निरंतर है क्यों नैराश्य घेरेगा,
मिला आशीष गुरु का है सतत ढांढस बंधायेगा ,
न सिक्का कोई खोटा अब यहाँ पर चलने पायेगा ,
नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा ।
नहीं होगा कोई वंचित, न कोई छूट पायेगा,
जो मूर्छित थे पड़े उनपर भी अमृत बरस जायेगा,
यही शाश्वत कसौटी है समर्पण और निष्ठा की ,
नहीं चाहें कोई सम्मान या पदवी प्रतिष्ठा की ,
मिलेगा जो कृपा से उनकी सबके मन को भायेगा,
नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा ।
श्रद्धा की फसल होगी, मिशन अब लहलहाएगा ,
नया दिनमान नूतन शक्ति लेकर जगमगाएगा ।
- सुधीर भारद्वाज
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